लॉकडाउन के हालात में गरीब, मज़दूर, दिहाड़ी कामगार, फुटपाथ पर छोटी मोटी चीजें बेचने वाले, दुकानों में काम करनेवाले अपना रोज़गार गंवा बैठेंगे। इतने लम्बी अवधि तक रोजगार न मिला, तो वो खाएंगे क्या? भूखों मरने की नौबत आ जाएगी उनके परिवार की। सरकार के पास उनके लिए कोई योजना है?



लॉक डाउन शुरू होने के तुरंत बाद मीडिया, सोशल मीडिया में यह चर्चा शुरू हो गई थी। लोग आपस में कोरोना वायरस, उससे जुडी सच्ची-झूठी बातों, सरकार के लॉक डाउन के फैसले के भले बुरे पहलुओं के साथ साथ इस समस्या पर भी चर्चा करते देखे, सुने गए। कभी सरकार से मांग की गई कि इस दिशा में कुछ कदम उठाए जाए, तो कभी समाजसेवी संस्थाओं से आशा की गई कि वो मदद को आगे आएं।



इन चर्चाओं से परे, एक शख्स मुहं पर मास्क और सर पर तौलियां लपेटें अपने कुछ मददगार लोगो के साथ दुरी बनाते गरीब—मजदुरो के लिए राशन के साथ निकलता है। थोरी देर के लिए कुछ लोग पहचान नही पाते है कि वो कौन है लेकिन जैसे ही गरीब—मजदुर उसके पास राशन लेने पहुंचते है वो पहचान जाते है कि ये राशन देने वाला व्यक्ति कौन है। ये शख्स है भोजपुर जिले के चचित व्यवशाई कन्हैया प्रसाद।



कन्हैया प्रसाद खुद राशन तो वितरित करते ही साथ ही एक सामान्य परिवार के लिए राशन, जिसमे चावल, आटा, दाल, तेल, शक्कर, चाय पत्ती , आलू, प्याज़, नहाने व कपडे धोने के साबुन आदि शामिल हैं, के कुछ पुलंदे बंधवाते है। फिर अपने कमचारियों के द्वारा पास पड़ोस के कुछ गरीब परिवारों को भिजवा देते है। इस सन्देश के साथ, कि भोजन की तलाश में घर से बाहर मत निकलना।
हमारे संवाददाता जब अच्छी खबर की तलाश में इस मददगार के घर पहुंचे, तो देखा, राशन के थैले बंधे पड़े हुए हैं, जो वह जरुरतमंदों को भिजवा रहे हैं। उनके एक कर्मचारी ने बताया कि अब तक आरा शहर सहित जिले में 5000 से अधिक लोगों को राशन दिया गया है।



सरकार, समाजसेवी संस्थाओं का इंतज़ार किए बिना खुद आगे बढ़कर मदद करने वाले कन्हैया प्रसाद ने कहा कि भूख इंतजार नहीं कर सकती, इसलिए मैंने फैसला किया, कि मुझसे जितना हो सकेगा, मैं जरुरतमंदों की मदद करुंगा। मैं कोई आर्थिक या और किसी प्रकार की सहायता नहीं दे सकता। पर इतनी मेरी कोशिश होगी कि इस संकट के समय में कोई भूख से न मरे। न ही खाने की तलाश में बाहर निकल कर संक्रमण का शिकार हो जाए। उन्होंने कहा कि यह संकट सारे देशवासियों पर है, इसलिए हमें मिलकर इसका मुकाबला करना होगा, एक दूसरे का साथ देना होगा, तभी हम यह जंग जीत सकते हैं।
कौन है कन्हैया प्रसाद
आपको बतादे कि कन्हैया प्रसाद जिले के चर्चित व्यवशाई है जो आरा रिगल होटल के मालिक के तौर पर जाने जाते है साथ ही कन्हैया प्रसाद आरा—बक्सर के विधान पार्षद राधा चरण साह उर्फ सेठ जी के पुत्र भी है। वर्तमान में कन्हैया प्रसाद कानु हलवाई राजनैतिक चेतना मंच के युवा संरक्षक है साथ ही राजद के युवा नेता भी है।