बिहार | सच कहते है लोग की संपन्न के नहीं दोष गोसाईं.. यानि जो अमीर है और ताकतवर उसकी कोई गलती नहीं होती है. ऐसा ही बिहार में हो रहा है. जब बिहार में एक बीजेपी विधायक ने सरेआम प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश की अपील का ही नहीं बल्कि कानून को तोड़ा है। लॉकडाउन के बीच बिहार में एक भाजपा विधायक ने राजस्थान के कोटा में फंसी बेटी को घर लाने का इंतजाम किया। उन्होंने इसके लिए गाड़ी का पास बनवाया और खुद कार लेकर गए वहां से उसे गृह राज्य लेकर लौटे। बीजेपी विधायक ने यह कदम तब उठाया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार अपील की है कि कोरोना संक्रमण काल में जो जहां हैं, वहीं रहें। यही नहीं, सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कोटा से छात्रों को लाने के लिए यूपी सरकार द्वारा बसें भेजे जाने का साफ विरोध किया था। उन्होंने सीएम योगी के फैसले को अन्याय करार देते हुए लॉकडाउन और केंद्र सरकार के निर्देशों का उल्लंघन बताया था। बता दें कि बिहार में नीतीश के नेतृत्व वाली जेडीयू और बीजेपी (साझीदार) की सरकार है।
कोटा में फंसे है छात्रों के साथ ही बिहार के कई मजदूर



बता दें कि कोटा में छात्रों के अलावा देश के कई शहरों में बिहार सहित तमाम राज्यों के मजदूर भी लाखों की संख्या में फंसे हुए हैं। उन्हें खाना-पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। सैकड़ों की संख्या में मजदूर पैदल सैकड़ों किमी दूर अपने घरों को जा रहे हैं। उन्हें पुलिस रोक रही है। कुछ लोग मांग कर रहे हैं कि इन मजदूरों को उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। लेकिन, अभी ऐसा कुछ नहीं हुआ है। नीतीश कुमार इसके पक्षधर नहीं हैं।
लॉकडाउन में बस भेजने का नीतीश कुमार ने किया था विरोध



कोटा में यूपी-बिहार के हजारों छात्र फंसे थे और वे घर जाना चाहते थे। उन्होंने इसके लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया था, जिसके बाद योगी सरकार ने बसें भेजने का फैसला लिया। पर बिहार सरकार ने इसका सख्त विरोध किया था। नीतीश कुमार ने कहा था कि जो जहां हैं, वहीं रहें।
भाजपा विधायक ने पास बनवा बेटे को कोटा से लाया घर



बिहार के हिसुआ विधान सभा से भाजपा विधायक अनिल सिंह ने अपने स्तर पर बेटे को कोटा से घर लाने की व्यवस्था की। अनुमंडल दण्डाधिकारी, नवादा सदर के दस्तखत से उनके लिए एक आदेश जारी हुआ। आदेश के मुताबिक, 16 से 25 अप्रैल तक के लिए वाहन चालन की इजाजत दी गई है। इसमें आदेश मांगने की वजह साफ तौर पर लिखा गया है कि कोटा में फंसी संतान को लाना।
विधायक को पास दिए जाने को लेकर बरसे हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता



हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (से०) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने कोरोना महामारी के बीच बिहार के हिसुआ से भाजपा विधायक अनिल कुमार सिंह को कोटा से उनकी बेटे को लाये जाने हेतु दिए गए पास पर कड़ी प्रतिक्रिया सी है। डॉ दानिश ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सत्तारूढ़ दल और बिहार की गरीब जनता के साथ दो रंगी नीति पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि एक तरफ बिहार से बाहर बहुत सारे मजदूर अपने परिवार के साथ अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं जिनकी परेशानी आए दिन बढ़ती जा रही है उनके लिए सरकार चिंता उतनी नहीं दिख रही जितनी कि सरकार की चिंता सत्तारूढ़ दल के राजनेताओं के प्रति दिख रही है। डॉ. दानिश ने कहा कि आम जनता के लिए अलग और सत्तारूढ़ दल के लिए अलग क़ानून है यह बिहार सरकार की गलत नीति है इसके लिए बिहार की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी । आज बिहार के लोग दूसरे राज्यों में भूखे रह रहे हैं और यहाँ सत्तारूढ़ दल के विधायक के बेटों को लाने के लिए पास निर्गत होते हैं । तो दूसरे राज्य में फंसे हुए बिहार की गरीब जनता को उनके हाल पर छोड़ना क्या यह उचित है ।