आरा। भारत के आजादी के अमृत महोत्सव के 75 वर्ष होने को लेकर शहर में अभिनव एंड एक्टिव क्रिएटिव थिएटर का आयोजन किया गया। इसमें बच्चों को नाटक, डांस, म्यूजिक, क्राफ्ट, मेकउप व अन्य कला को निःशुल्क सिखाया जाएगा। यह कार्यक्रम 20 दिनों तक लगातार जारी रहेगा। आयोजन के पहले दिन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ विजय कुमार गुप्ता व डॉ संगीता कुमारी गुप्ता थी। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित ककर किया गया। उसके बाद रविन्द्र भारती के द्वारा डॉ विजय गुप्ता को पौधा देकर सम्मानित किया। उसके बाद डॉ विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि आप लोगों ने अपने बच्चों में ऐसे संस्कार दिए है जो अपने मिट्टी के लिए कुछ कर रहे है।
जितने भी ऐसे लोग है हमेशा वो अच्छी नियत के साथ अपने लोगों के बीच में अपने लोगो के साथ कोई न कोई रास्ता जरूर निकलता है, ऐसे इंसान रविन्द्र है। जिसकी वजह से सभी बच्चे निःशुल्क अभिनव के बारे में सीख सकते है। डॉ संगीता कुमारी गुप्ता ने कहा कि वैसे बच्चे जो छोटे शहर से बड़े शहर में जाना चाहते है, वैसे स्टूडेंट्स सीखकर बड़े शहरों में भी नाम रौशन कर सकते है। डॉ नीरज सिंह ने अपनी संबोधन में कहा कि कुछ दिन पहले ही आरा रेलवे स्टेशन पर भोजपुरी कला को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। भोजपुरी कला के मान सम्मान की लड़ाई लगभग 39 दिनों तक संगर्ष चला। वहीं उन्होंने कहा कि आप सभी अभिनव एंड एक्टिव क्रिएटिव थिएटर में आये और मुझे पूरा विश्वास है। आप लोग यहां अच्छा करोगे। वर्कशॉप के निदेशक रविन्द्र भारती ने कहा कि बच्चों ने उत्साह देखने को मिली है। अगर बच्चों को सही गाइडलाइंस मिले तो बच्चे अपने शहर का नाम रौशन करेंगे।
इसके साथ मैं चाहता हूं और भी बच्चे सीखने के लिए आये। क्योंकि यहां सीखने के पैसे नहीं लिए जा रहे है। ज्यादा से ज्यादा बच्चे आएंगे, सीखेंगे तो हो सकता है, कोई बच्चा अच्छा एक्टर बन सकता है और जिले का नाम बढ़ा सकता है। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन रविन्द्र भारती ने किया। वहीं कार्यक्रम के दूसरे सत्र में वॉइस मॉड्यूलेशन सिखाया गया। मौके पर संयोजक ओपी पांडेय, वरिष्ठ रंगकर्मी व रंगगुरु चंद्रभूषण पांडेय, तारकेश्वर शरण सिन्हा, प्रो नीरज सिंह, लाल मोहन राय, अनिल सिंह, शैलेन्द्र सच्चु, प्रशांत चौधरी, मनोज श्रीवास्तव, सतीश मुन्ना, भास्कर मिश्रा, कौशलेश कुमार के साथ प्रशिक्षक जहाँगीर खान मौजूद थे।