आरा | भोजपुरी डेस्क | “मैं उनका हो गया कि जिनका कोई पहरेदार नहीं था”,इसलिए राह संघर्ष की हमने चुनी जिंदगी आंसुओं से नहाई न हो,भोजपुरी कला संरक्षण मोर्चा के अभियान गीत आदि के माध्यम से आम लोगों को भोजपुरी चित्रकला और पारंपरिक संस्कृति से अवगत कराने के लिए भोजपुरी कला संरक्षण मोर्चा द्वारा आरा के रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक से सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से शांतिपूर्ण तरीके से रंगजुलूस निकाला गया।



प्लेटफॉर्म संख्या दो पर जाने के दौरान आरपीएफ के लोगों द्वारा दुर्व्यवहार करते हुए मोर्चा के कलाकारों से बैनर,झाल,हुरुक आदि छीन लिया गया और उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया गया। मोर्चा के 5 साथियों अशोक मानव,भास्कर मिश्र, विजय मेहता, कमलेश कुंदन एवं कृष्णेन्दु को गिरफ्तार कर थाने में लाया गया।इसके बाद भी मोर्चा के शेष सदस्यों द्वारा सांस्कृतिक गीतों के माध्यम से रेलवे प्रशासन का विरोध जारी रखा गया। बाद में थाने से ही जमानत दे कर छोड़ दिया गया।कल ही इस रंगजुलूस निकालने की लिखित सूचना आरा के स्टेशन प्रबंधक, जीआरपी और आरपीएफ को दी गई थी।आरपीएफ द्वारा पूर्व की भाँति उसे रिसिव नहीं किया गया था।



ज्ञातव्य हो कि विगत 25 दिनों से आरा रेलवे स्टेशन पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भोजपुरीभाषी सभी रेलवे स्टेशन सहित आरा रेलवे स्टेशन पर भोजपुरी चित्रकला के सशुल्क अंकन की अनुमति देने के लिए शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन चलाया जा रहा है।माननीय रेलमंत्री सहित पूर्व मध्य रेलवे के वरिष्ठ पदाधिकारियों,स्थानीय सांसद सह मंत्री, स्थानीय विधायक सह मंत्री एवं जिले के सभी विधायकों से पत्र एवं स्मार पत्र के माध्यम से बार बार अनुरोध करने के बाद भी कोई भी सकारात्मक परिणाम नहीं निकलने के बाद दो दिन के सांकेतिक उपवास के बाद आज डी आर एम के आने की संभावना को देखते हुए मोर्चा द्वारा रंगजुलूस, भोजपुरी चित्रकला को उपहार स्वरूप देने और ज्ञापन देने की योजना थी।लेकिन उनके नहीं आने पर निराश कलाकारों द्वारा प्लेटफॉर्म पर ही शांतिपूर्ण ढंग से रंगजुलूस निकालने के दौरान हुई गिरफ्तारी से जिले ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश देखा जा रहा है।
यह अत्यंत दुःखद है कि आजीविका के जायज माँग पर अवसर न देकर रेल प्रशासन द्वारा गिरफ्तारी की जा रही है।वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र भारती ने आक्रोश जताते हुए कहा कि इस गिरफ्तारी के बाद आंदोलन का स्वरुप और तेज होने की उम्मीद है। आज के शांतिपूर्ण रंगजुलूस का साथ देने विभिन्न सांस्कृतिक विधाओं से जुड़े एवं सामाजिक कार्यकर्तागण यथा सुशील कुमार, सुरेश कुमार पांडेय,रवींद्र भारती,रौशन राय,मनोज श्रीवास्तव,मनोज कुमार सिंह, डॉ जितेन्द्र शुक्ल,नागेंद्र पांडेय,रूपा कुमारी, प्रशंसा पटेल, शालिनी श्रीवास्तव,आशा कुमारी,संजय नाथ पाल, कमलदीप कुमार, सोनू कुमार, संजय कुमार सिंह, धनी पांडेय, किशन सिंह, महबूब आलम,अनिल राज,रतन देवा,फिरोज खान,चैतन्य कुमार,साहेब कुमार,सुधीर शर्मा, अंजनी कुमार, राजा कुमार, लड्डू भोपाली आदि प्रमुख थें।