आरा । भोजपुरी कला संरक्षण मोर्चा द्वारा भोजपुरी पेंटिंग को राष्ट्रीय क्षितिज पर स्थापित करने के लिए विगत 39 दिनों से चल रहे आंदोलन को समाप्त करने के लिए पूर्व मध्य रेलवे के वरीय मंडल अभियंता अमित गुप्ता और रेलवे के अन्य पदाधिकारियों ने धरनास्थल पर आकर भोजपुरी पेंटिंग को उचित सम्मान देने के लिए लिखित आश्वासन देते हुए कहा कि भविष्य में पूर्व मध्य रेलवे द्वारा भोजपुरी रेलवे स्टेशनों एवं ट्रेनों के डिब्बों पर भोजपुरी पेंटिंग को स्थान दिया जाएगा।कल सुबह स्थानीय रेलवे स्टेशन पर भोजपुरी पेंटिंग को अंकित करने के लिए मोर्चा को स्थान निर्धारित कर दिया जाएगा।



रेलवे द्वारा पत्र मिलने के बाद मोर्चा द्वारा आरा रेलवे स्टेशन पर चल रहे आंदोलन को स्थगित किया जा रहा है।अगले कुछ दिनों में आरा रेलवे स्टेशन पर भोजपुरी चित्रकला के सौंदर्य से लोग परिचित होंगें। भोजपुरी पेंटिंग के लिए भोजपुर, बक्सर, सारण सहित विभिन्न जिलों के रंगकर्मियों, साहित्यकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं,बुद्धिजीवियों आदि का यह संघर्ष आखिरकार रंग लाया।दूसरे किसी संस्कृति का अपमान किये बिना भोजपुरिया लोगों की यह जीत अद्वितीय है। रेलवे द्वारा भोजपुरी पेंटिंग को अवसर मिलने से इस पेंटिंग की महत्ता साबित होती है।आज 39वें दिन सुबह से ही आरा रेलवे स्टेशन पर कलाकारों एवं संस्कृतिकर्मियों का भारी जमावड़ा आंदोलन को तीव्र धार देने के लिए जमा था।ज्ञातव्य है कि आरा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर चार पर मधुबनी पेंटिंग किया गया है।स्थानीय कलाकारों की यह माँग थी कि भोजपुरी पेंटिंग को भी बराबरी का दर्जा देकर आरा रेलवे स्टेशन पर अवसर दिया जाए। मोर्चा द्वारा विभिन्न विधाओं के कलाकारों एवं संस्कृतिकर्मियों के हितार्थ और रेलवे स्टेशन पर भविष्य की कार्ययोजना को निर्धारित करने के लिए कल संध्या 3 बजे से वीर कुँवर सिंह स्टेडियम में एक आवश्यक बैठक का आयोजन किया गया है।



आज के धरना को सफल बनाने में संस्कृतिकर्मी पुष्पेंद्र सिंह,मुक्तेश्वर उपाध्याय,मनोज मीत,डॉ वेद प्रकाश सागर, धनजी पांडेय, चैतन्य कुमार,किशन सिंह, रतन देवा, मनोज कुमार सिंह, संजय नाथ पाल,शालिनी श्रीवास्तव, रूपा कुमारी, पल्लवी प्रियदर्शिनी, सोनम कुमारी गुप्ता, आकांक्षा प्रियदर्शिनी, रुख़सार प्रवीण, मीरा कुमारी पांडेय, गुड़िया कुमारी, अनिल सिंह,रविंद्र भारती,अशोक मानव,भास्कर मिश्र,कमलेश कुंदन,रौशन राय, विजय मेहता,कृष्णेन्दु, साहेब कुमार, कमल कुमार राय,मनोज श्रीवास्तव,सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह, रौशन राय,महबूब आलम,मनीष कुमार पांडेय, अनिल राज,राम कुमार पांडेय, सुशील सिंह, विकास उपाध्याय, अमरेंद्र पांडेय, लालजी प्रसाद,रविशंकर निराला,अखिलेश चंद्रा आदि ने उल्लेखनीय योगदान दिया।