कोरोना काल में सेवा का पर्याय बन हजारों की जान बचाई टीम कोविड फाइटर्स। पीएम मोदी के आह्वाहन पर युवाओं की टोली बना अनवरत जुटे युवक युवतियां। बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता सुलभ होते ही टीम का फोकस ब्लैक फंगस, ब्लड डोनेशन और ग्रामीण क्षेत्रो में समूर्ण वैक्सिनेशन पर है। करोना समाप्ति के बाद मिशन स्वावलंबी भारत के तहत जरूरतमन्दों को रोजगार और स्वरोजगार दिलाने की योजना।
आरा। कल तक कहा जाता था कि सोशल मीडिया केवल समय बर्बाद करने की जगह है, पर कोरोना काल में यह धारणा बदल रही है। इसी सोशल मीडिया के दम पर व्हाट्सअप पर बनी टीम कोविड फाइटर्स ने हजारों जिंदगियां बचाई है। कोविड फाइटर्स के एडमिन प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भाजयुमो इंजीनियर निशि कांत राय, कमलेश सिंह, मनीष प्रकाश, प्रोफेसर पवन विजय, विकाश रंजन ओझा, संदीप तिवारी, रवि नंदन, समीर श्रीवास्तव, पाणिनि तिवारी, निखिल रंजन हैं। सह एडमिन शिवशंकर शर्मा, प्रवीण सिंह, बिक्की सिंह परमार, अभिजीत सिंह संजीव नयन, विकास कुमार सिंह, राहुल, दीपिका दीक्षित, मृगांक मलेसि, प्रशांत शेखर, पवन अर्पित, अभिमन्यु सिंह, कुमार मंगलम, प्रतीक विराट, नीरज मिश्र और नन्दु पांडेय हैं। टीम को संघ सम्पर्क प्रमुख रामलाल जी और उनके नाती डॉक्टर आकाश गुप्ता, पूर्व मंत्री रामकृपाल यादव, वरिष्ठ भाजपा नेता मुक्तेश्वर ओझा , पीएम ऑफिस बनारस के आकाश श्रीवास्तव , महेश्वर पाठक, आरा सांसद सह मंत्री आर के सिंह, संघ सम्पर्क प्रमुख बिहार झारखंड अनिल ठाकुर, कार्यालय प्रमुख देवेंद्र जी, पूर्व राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा जी,टीम अभिमन्यु के संरक्षक अभिमन्यु यादव, एम्स पटना के नोडल ऑफिसर डॉक्टर संजीव सिन्हा, एम्स दिल्ली के डॉक्टर अरुनिष, एम्स जोधपुर के डॉक्टर राजेश मीणा, IGIMS पटना के सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर मनीष मंडल, राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा सहित कई मंत्री, आईएएस आईपीएस राजनेता,डॉक्टर्स भी पीड़ितों को मदद पहुचाने की करोना फाइटर्स की मुहिम को मदद कर रहे हैं।



दो महीने पहले जब कोरोना की दूसरी लहर देश में पाँव पसारने लगी और असहाय मरीज अस्पताल में बेड, ऑक्सीजन, आईसीयू के लिए दर दर भटकने लगे तब पीएम मोदी के आह्वाहन पर व्हाट्सअप पर बने इस ग्रुप के युवक युवतियों ने कमान संभाल ली। देश के हर हिस्से के अस्पतालों में बेड की उपलब्धता, प्लाजमा ऑक्सीजन सिलिंडर और रिफिल, इंजेक्शन सुविधा आदि की जानकारी इकट्ठा कर के जरूरतमंदों की सहायता करने का सिलसिला प्रारम्भ हुआ जो तब से लगातार चल रहा है। मात्र 10 लड़कों की टीम धीरे धीरे बढ़ने लगी और इस समय कश्मीर से कन्याकुमारी तक, गुजरात से अंडमान तक , राजथान से सिक्किम तक कई लड़के लड़कियां इस ग्रुप में काम कर रहे हैं। देश के किसी भी शहर में यदि किसी को कोई आवश्यकता हो तो कोविड फाइटर्स के ये स्वयंसेवक तुरन्त उसकी व्यवस्था करने में जुट जाते हैं और अधिकांश केस में इन्हें सफलता प्राप्त होती है। टीम ने अभी तक हजारों लोगो को बेड, ऑक्सीजन, इंजेक्शन उपलब्ध कराया जा चुका है तो सैकड़ो लोगो को प्लाजमा। आरा जिला के बारा ग्राम निवासी निशि कांत राय और समाजसेवी कमलेश सिंह ने बताया कि टीम की शुरुआत पहली करोना वेव के दौरान ही हुई थी और बेहतरीन कार्य हुआ था अब जैसे ही करोना कि दूसरी वेव आई इसे विस्तार देते हुए कोविड हेल्प और कोविड फाइटर्स नाम के दो ग्रुप व्हाट्सअप पर भी बनाए गए जिससे कि टीम की व्यापक पहुच हो और कोई केस छूटे न।



पूर्व विधायक मुन्नी देवी के पुत्र और टीम सदस्य विकाश रंजन ओझा का कहना है टीम अभिमन्यु के संरक्षक अभिमन्यु यादव का भी टीम को भरपूर सहयोग है साथ ही कहा कि टीम का फोकस अब ब्लैक फंगस और ब्लड डोनेशन पर है। इनकी बातों को आगे बढ़ाते हुए निशि कांत राय और मनीष प्रकाश बताते हैं कि सरकार की सजगता से चुकी अब बेड ऑक्सीजन सुलभ हो चुका है इसीलिए हमने अपना फोकस दूसरी चीजों पर शिफ्ट किया है हम ग्रामीण क्षेत्रो में सम्पूर्ण वैक्सिनेशन पर भी फोकस किए हुए हैं। टीम कोविड फाइटर्स अबतक सैकड़ो लोगो को लगभग हजार यूनिट ब्लड उपलब्ध करवा चुकी है वही दर्जनों ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों को एडमिट करवा उनका शुरू करवा चुकी है। करोना काल में टीम का मुख्य कार्य है सरकार और सिस्टम से समन्वय बना जरूरतमंद को सुविधा उपलब्ध कराना। सह एडमिन प्रवीण सिंह और एडमिन निशि कांत राय बताते हैं कि प्रोफेसर पवन विजय जी के नेतृत्व में टीम उनके निजी खर्चे से राशन,दवाई और जरूरी घरेलू समानों का वितरण भी व्यापक स्तर पर गाँव गाँव मे करवा रही है जिसमे कमलेश सिंह सहयोग कर रहे हैं। अस्पताल सम्बंधित कार्यो के लिए अलग टीम है तो ब्लड, प्लाजमा डोनेशन हेतु रेडक्रॉस से समन्वय हेतु अलग टीम। इस कार्य मे “टीम संकटमोचक 707033840” ने भी काफी सहयोग दिया।इंजेक्शन से सम्बंधित कार्य हेतु अलग टीम है तो ग्रामीण क्षेत्रों में दवाई वितरण कार्य हेतु अलग टीम। सह एडमिन अभिजीत सिंह बताते है कि केसेज, टीम, सरकार और प्रशासन के साथ समन्वय का कार्य भी एडमिन सह एडमिन मिलकर करते हैं।



पाणिनि तिवारी, मनीष शंकर और निशि कांत ने बताया कि करोना समाप्ति के बाद टीम ने ” मिशन स्वावलंबी भारत” के तहत जरूरतमंदों को स्वरोजगार और रोजगार मुहैया कराने का बीड़ा उठाया है। इसके तहत जरुतमन्दों की पहचान कर उनकी योग्यता के हिसाब से ट्रेनिंग, स्वरोजगार और रोजगार मुहैया कराया जाएगा। इस कार्य को भी सबफल बनाने के लिए टीम कोविड फाइटर्स प्रतिबद्ध है। इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा चुके हैं। टीम के प्रमुख सदस्यों में ऋषभ सेठ, प्रियांशी सिंह, आराधना राय, प्रवीण शेखर, धीरज राय, प्रवीण सिंह, रमेश सुदामा अभिषेख गुप्ता, सौम्या मिश्रा, प्रशांत राय, सतानंद ओझा, इंजीनियर प्रवीण पांडेय , राजीव भारद्वाज, प्रधान मनोज राय,दीपक अवस्थी, देव मोटवानी, पंडित लोकेश, बिक्की सिंह परमार, प्रभात जयसवाल, बिट्टू राजपूत, विवेक शाही, अमितेश राय, डॉक्टर हिमांशु, अमित सिंह, नीरज मिश्र, अमित सिंह बघेल, योगेश सिंह, धीरज मिश्र, जितेन्द्र प्रताप सिंह, प्रकाश सिंह गढ़वाल, ऋषभ सेठ, अनीश सिंह, शशांक शेखर, मनोज दुबे, प्रतीक विराट , विभु जैन, पुष्कर मिश्रा, कौशल यादव, सोनु पांडेय, विनय ओझा, पवन राय, अमन राय, दीपक तिवारी, विनीत गुंजन, अतुल सिंह मनोहर, पुरुषोत्तम शर्मा, आयुष भारद्वाज, नितिन यादव आदि हैं।



टीम अन्य हजारों सदस्य समाज के अन्य युवकों के लिए आदर्श हैं, जो सिद्ध कर रहे हैं कि मानवता अभी भी जी रही है और कभी समाप्त नहीं होगी। टीम में इंजीनियर, डॉक्टर, शिक्षक, जज, रजिस्ट्रार वित्तीय विशेषज्ञ, प्रोफेसर, उद्धमी, समाजसेवी, फौजी, सरकारी अधिकारी, वकील विद्यार्थी जुड़े हुए हैं।