आरा | भाकपा – माले जिला कार्यालय,श्रीटोला में नगर कमिटी की बैठक कल देर शाम सम्प्पन्न हुई। इस बैठक में भाकपा – माले पोलित ब्यूरो सदस्य कॉमरेड स्वदेश भट्टाचार्य और जिला सचिव का. जवाहरलाल सिंह अततिथि के रूप में उपस्थित थे। बैठक की अध्यक्षता नगर सचिव दिलराज प्रितम ने किया। बैठक में बर्तमाम राजनीतिक परस्थिति व आगामी राजनीतिक कार्यभार पर विस्तृत रूप से चर्चा हुई। बैठक में आरा नगर निगम परिघटना पर भी चर्चा हुई जहां अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होना है। पूरी कमिटी ने सर्वसम्मति से अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट देने का फैसला लिया।
बैठक में राय बनी कि आरा नगर निगम में साम्प्रदायिक सामंती सत्ता है। जिसके चलते सामंती, अपराधी ताकतों का नगर निगम में दबंगई,गुंडागर्दी बढ़ गया है। पूरे निगम में भ्रष्टाचार का बोल बाला है। चुन- चुन कर छंटे हुए अपराधियों को निगम का ठीका दिया जा रहा है। इतना ही नहीं निगम का बैठक भी नहीं बुलाया जा रहा है। पूरे शहर का साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने में लगे हैं ये लोग। इस लिए आरोपों से घिरे मेयर को पद पर बने रहने का को नैतिक अधिकार नही है।कोरोना महामारी में असंवेदनशील बनी रही नगर निगम, जनता के जीवन बचाने का कोई पहल नही किया ये बिल्कुल ही केंद्र की मोदी सरकार के नक्से कदम पर रही है। इस सांप्रदायिक फासीवादी सत्ता के खिलाफ माले अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट करेगी।
बैठक में मोदी – नीतिश की सरकार के द्वारा मौत को छुपाने की कोशिश के खिलाफ धारावाहिक आंदोलन विकसित करने का भी फैसला लिया गया। इसके लिए सभी कोरोना संक्रमित मृतकों के परिवार को चार लाख रुपए मुआवजा देने तथा संभावित तीसरे लहर से निपटने के लिए पंचायत स्तर से लेकर जिला स्तर तक सरकारी अस्पतालों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए भी धारावाहिक आंदोलन विकसित किया जाएगा। सरकार द्वारा कहा जा रहा है कि ऑक्सिजन की कमी के वजह से कोई मौत नहीं हुई। मतलब सरकार एकदम संवेदनहीन हो गई है। सरकार मुआवजा भी देना नहीं चाहती और बदनामी से भी बचना चाहती है। इसलिए मुआवजा और स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार को लेकर जबरदस्त और निर्णायक आंदोलन विकसित किया जाएगा।