आरा | अख्तर शफी | हाल ही में राज्य सरकार द्वारा वीर कुँवर सिंह विश्वविद्यालय के नूतन परिसर की जमीन को प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज को आवंटित किए जाने और बदले में राजकीय मानसिक आरोग्यशाला, कोइलवर की जमीन को विवि को दिए जाने का विरोध अब तेज होता जा रहा है। ‘लीड’ छात्र संगठन के सदस्य अब छात्र नेता अनिरुद्ध सिंह के नेतृत्व में विवि परिसर में वीर कुँवर सिंह की प्रतिमा के समक्ष आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। छात्रों के इस आन्दोलन को विवि के शिक्षकों का भी साथ मिल गया है।
ज्ञात हो कि इसी मुद्दे पर पिछले हफ्ते शिक्षक भी धरने पर थे। अनशनकारी छात्रों का कहना है कि हम मेडिकल कॉलेज का विरोध नहीं कर रहे, पर सरकार के इस एकतरफा निर्णय से विवि, मेडिकल कॉलेज और मानसिक चिकित्सालय तीनों का अस्तित्व और भविष्य अंधेरे में आ जायेगा। सबने कहा कि कुछ स्वार्थी लोग शाहाबाद की जनता के बीच भ्रम फैला कर तीनों संस्थानों के नाम पर सरकारी खानापूरी को बढ़ावा दे रहे हैं। सम्बोधित करते हुए लीड के संस्थापक सदस्य अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि हमें इस जिले में विवि, विश्वस्तरीय मेडिकल कॉलेज और मानसिक आरोग्यशाला तीनों चाहिए। पर ऐसे तो विवि की यूजीसी की 12 बी के अंतर्गत मान्यता खत्म तो हो ही जायेगी, मेडिकल कॉलेज भी अत्यंत कम भूमि में बस दिखावा बनकर रह जायेगा और राज्य के एकमात्र मानसिक आरोग्यशाला के विस्तार की संभावना भी मृत हो जाएगी। जैन कॉलेज के छात्र नेता अमित सिंह गौतम ने कहा कि सरकार का यह कदम शाहाबाद के गरीब किसान और मध्यवर्ग के छात्रों की शिक्षा पर प्रहार है। चंदन ओझा ने कहा कि विवि के समस्याओं से जुड़े मुद्दों पर जनप्रतिनिधियों की लगातार चुप्पी असहनीय है।
गौरव कुमार और भार्गव कुमार आयुष ने अत्याधुनिक विश्वस्तरीय मेडिकल कॉलेज के लिए जिले में अन्यत्र बृहद भूखंड खोजने तथा नूतन परिसर में नए विभाग, छात्रावास और खेल परिसर के शीघ्र निर्माण की बात की। हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष रणविजय कुमार, राजनीतिविज्ञान की व्याख्याता डॉ लक्ष्मी कुमारी और हिंदी विभाग के शिक्षक निलाम्बुज सरोज ने भी अनशनस्थल पर अपने सम्बोधन से छात्रों का मनोबल बढ़ाया और कहा कि विवि के अस्तित्व को बचाने और शाहाबाद में शैक्षणिक माहौल कायम करने के लिए शिक्षक समुदाय छात्रों के साथ खड़ा है। अनशन से पूर्व छात्रों ने वीर कुँवर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके शपथ ली कि वे वीर बाँकुड़ा का अपमान कत्तई बर्दाश्त नहीं करेंगे और लंबे जनांदोलन के बाद बने इस विवि के अस्तित्व को बचाने के लिए अंतिम लड़ाई लड़ेंगे, साथ ही मेडिकल कॉलेज खोले जाने के नाम पर खानापूरी का भी विरोध होगा। मौके पर ‘लीड’ संगठन से जुड़े छात्र-छात्राएं निसु कुमारी, प्रीति कुमारी,सोनाली कुमारी, प्रिया कुमारी, गौरव राज,अमित सिन्हा, शुभम सिंह ,उदय सिंह,सुन्नी सिंह,रवि सिंह,अविनाश सिंह, हर्ष सिंह भी उपस्थित थे।