आरा | अख्तर शफी | भाकपा-माले का उजियार टोला आरा वार्ड न०-4 का दूसरा वार्ड सम्मेलन उजियार टोला आरा में आयोजित किया। वार्ड सम्मेलन में वार्ड में संगठन को मजबूत करने व 11 मार्च स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती पर आरा में व 18 मार्च को पटना में होने वाले विधानसभा के समक्ष किसान मार्च की तैयारी पर विस्तार से चर्चा की गयी!वार्ड सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए भाकपा-माले आरा नगर सचिव दिलराज प्रीतम ने कहा कि मोदी सरकार किसानों की जमीन छीनकर अंबानी-अडानी सरीखे काॅरपोरेट घरानों के हवाले करने वाले मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का ऐतिहासिक देशव्यापी आंदोलन जारी है।



इस अभूतपूर्व आंदोलन को आम जनता का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है,ये विनाशकारी कृषि कानून न केवल किसानों व किसानी को तबाह कर देंगे, बल्कि आम जनता को दाने-दाने का मोहताज बना देंगे – खासकर असंगठित मजदूरों, मजदूरों की आगामी पीढ़ियों और गरीब अवाम को खाद्य सुरक्षा से भी वंचित कर देंगे क्योंकि खाने की वस्तुओं को बाजार और जमाखोरी के हवाले कर दिया जायेगा,राशन व जनवितरण प्रणाली समाप्त कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नोटबंदी से शुरू होकर लाॅकडाउन तक रोजगार का भारी पैमाने पर विनाश हो गया है।वही दूसरी तरफ पेट्रोल-डीजल,रसोई गैस का बेतहाशा वृद्धि कर देश के आम जनता पर रिकाॅर्ड-तोड़ बेरोजगारी और साथ ही कमरतोड़ महंगाई थोप दिया है।
मोदी सरकार द्वारा पेश बजट भी किसान मजदूर विरोधी है! किसानों और आम मेहनतकश जनता का अस्तित्व ही संकट में पड़ गया है! ये कृषि कानून फांसी का फंदा है जिससे किसानों और आम जनता को खुद को मुक्त करना है। इसी मुक्ति और नए कंपनी राज के खिलाफ किसानों ने इस दिशा में एक ऐतिहासिक आंदोलन छेड़ दिया है यह देश को नयी दिशा देगा। वार्ड सम्मेलन को भाकपा-माले जिला कमेटी सदस्य गोपाल प्रसाद,लालमोहर बिंद,ओमप्रकाश बिंद,सोनिया देवी,राजेश कुमार, भोदा यादव,मन्नू यादव,अवधेश बिंद,मुरलीधर बिंद,दिनेश कुमार,पूर्णवासी बिंद, संतोष बिंद,राजकुमारी,अनिता देवी,पवन कुमार,सुरेश बिंद,टुकुर बिंद,कुंती देवी आदि लोगों ने सम्बोधित किया!सम्मेलन के अंत में 11 सदस्यीय वार्ड कमेटी का चुनाव किया गया जिसमें ओमप्रकाश बिंद को वार्ड सचिव बनाया गया।