बालासोर उड़ीसा रेल दुर्घटना में मारे लोगों के प्रति भाकपा-माले ने आरा रेलवे स्टेशन परिसर में मोमबत्ती जलाकर सभी लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी । इस दौरान माले ने उड़ीसा रेल दुर्घटना के जिम्मेदार रेल मंत्री दो, उड़ीसा रेल दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रुपए मुआवजा, सभी घायलों को सरकारी खर्चे पर मुफ्त इलाज करने, रेलवे का निजीकरण बंद करो आदि नारे लगा रहे थे। सभा को संबोधित करते हुए माले नेताओं ने कहा कि बालासोर में भयावह कोरोमंडल ट्रेन दुर्घटना ने एक बार फिर भारत में रेलवे सुरक्षा की त्रासद स्थितियों का खुलासा कर दिया है। ऐसे समय में जब एक तरफ प्रधानमंत्री द्वारा मंहगी ट्रेनों को झंडी दिखाने में करोड़ों खर्च किये जा रहे हैं, रेल सुरक्षा को तब जर्जर हाल में छोड़ दिया गया है। न केवल अलग से रेल बजट की परिपाटी बंद कर दी गयी, बल्कि शक्तियां कतर कर रेलवे सुरक्षा के स्वतंत्र निकाय- रेलवे सुरक्षा आयोग (सीआरएस) को भी निष्प्रभावी कर दिया गया है। रेलवे सुरक्षा के लिए बजट आवंटन एक गंभीर मसला है, जिसकी पिछले कई बजटों से अनदेखी की जा रही है।



हाल में ही भारत के नियंत्रक और महालेखा पपरीक्षक (कैग) ने रेलवे द्वारा सुरक्षा के प्रति बरती जा रही भीषण उपेक्षा की ओर इंगित करते हुए बताया कि रेलवे ने राष्ट्रीय रेलवे संरक्षा कोष का 15 से 20 प्रतिशत धन (लगभग 2300 करोड़ रुपया) गैर प्राथमिकता क्षेत्रों (रेलवे सुरक्षा से इतर) खर्च किया। कैग ने यह भी बताया कि राष्ट्रीय रेलवे संरक्षा कोष का बड़ा हिस्सा जो रेल सुरक्षा सुधार के लिए नियत था, उसका उपयोग ही नहीं किया गया।
भाकपा-माले नव कहा कि मार्च 2021 की कैग की रिपोर्ट में दर्ज है कि पटरियों के नवीनीकरण के लिए धन उपलब्धता में कमी और उपलब्ध धन के अनुपयोग के कारण 2017-18 से 26 प्रतिशत ट्रेनों के पटरी से उतरने की घटनाएं हुईं। पीड़ितों और जिन्होंने अपने प्रियजनों को इस दुर्घटना में खोया है,उनके प्रति जवाबदेही तो सुनिश्चित होनी ही चाहिए। कोरोमंडल एक्स्प्रेस दुर्घटना की एक स्वतंत्र जाँच,सरकार को रेलवे सुरक्षा आयोग से करवानी चाहिए। रेलवे सुरक्षा आयोग के पर कतरने के बजाय इस आयोग को शक्तिशाली बनाया जाना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसी दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। रेलवे भारत में सबसे बड़ा सेक्टर है,इसलिए यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेल बजट को दोबारा शुरू किया जाना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन भाकपा-माले नगर सचिव दिलराज प्रीतम ने किया।
कार्यक्रम में भाकपा-माले राज्य कमेटी सदस्य व तरारी विधायक सुदामा प्रसाद,राज्य कमेटी सदस्य क्यामुद्दीन अंसारी,आइसा राज्य सचिव शब्बीर कुमार इंनौस राज्य सचिव शिवप्रकाश रंजन,जिला कमेटी सदस्य गोपाल प्रसाद,इंनौस जिलाध्यक्ष निरंजन केशरी,इंनौस जिला सचिव पप्पू कुमार राम,ज़िला कमेटी सदस्य सुधीर यादव,सुशील यादव,विकास कुमार,कमलेश यादव,ऐपवा नगर सचिव शोभा मंडल,नगर कमेटी सदस्य हरिनाथ राम,संतविलास राम,गणेश कुशवाहा,चंदन कुमार,रविकांत,प्रमोद रजक,भीम पासवान,कृष्ण रंजन गुप्ता,खुर्शीद आलम,दीपक कुमार,सानू प्रसाद,किरन प्रसाद,कामता प्रसाद,संयोग ठाकुर शामिल थे।