भोजपुर । बिहार समाज सेवा संघ के राष्ट्रीय चेयरमैन राजू ओझा के निवास बिहिया प्रखंड के कटेया में भोजपुरी समाज के वरिष्ठ पदाधिकारियों का बैठक हुई । बैठक में गीतकार कुमार अजय सिंह, साहित्यकार राम बहादुर राय, भोजपुरी से अश्लीलता खत्म करने के लिए दिन रात मेहनत करने वाले नंदकुमार तिवारी, शाहपुर भाग संख्या 3 के जिला पार्षद गंगाधर पांडेय, बिहार समाज सेवा संघ के राष्ट्रीय चेयरमैन राजू ओझा,कृष्णा उपाध्याय, प्रवीण तिवारी ,जितेंद्र ओझा ,अमित ओझा आदि लोग उपस्थित थे। बैठक में भोजपुरी पर गहन विचार विमर्श किया गया।



1 – सबसे पहला चर्चा भोजपुरी के संविधान मान्यता को लेकर ठोस कार्य भोजपुरी भाषा भाषी क्षेत्रों में करने का निर्णय लिया गया।
2 – क्या कारण है कि अभी तक लगभग 24 करोड़ों भोजपुरी भाषा को बोलने वाले लोगों के साथ लुकाछिपी का खेल चल रहा है ?
3 – बहुत जरूरी की बात है कि हर तरह से परिपूर्ण है भोजपुरी क्षेत्र के लोग उसके बाद भी भोजपुरी के मान्यता क्यों नहीं मिल रहा है।
4 – भोजपुरी में अश्लीलता खत्म करने के लिए और कौन कन सा कदम उठाया जा सकता है ?
5 – गीतकार लेखक लोगों को भरपूर सहयोग कैसे दिया जाए।
6 – जो भी अश्लील लिखकर के भोजपुरी के संस्कृति को गड्ढा में ढकेल रहा है उस पर कैसे शिकंजा कसा जाए।
7 – अश्लीलता को बढ़ावा देने वाले गायक-गीतकारो का समाज से बहिष्कार किया जाय।
भोजपुरी गीत संगीत जो लोग अच्छा गाते हैं उनको समाज में प्रोत्साहित करना चाहिए और हम सभी को सम्मान भी देना चाहिए। बैठक में उपरोक्त बातों पर गहराई से सोच विचार कर यह निर्णय लिया गया। भोजपुरी में अश्लीलता खत्म करने के लिए बीड़ा उठाने वाले निस्पृह भाव से अपने तन मन धन को लगाकर नंद कुमार तिवारी ने कहा कि जब 10 वर्ष से हम एक आंदोलन छेड़े हैं गंदा गाने वाले लोग के खिलाफ संगठित रूप से एक जन आंदोलन के रूप देने की जरूरत है तब सफल होगा सफलता भी कुछ मिली है।



भोजपुरी क्षेत्र में बिहार सरकार एक आदेश भी जारी किया है। लगभग 5000 से ऊपर सलिल गीत लिखने वाले गीतकार कुमार अजय सिंह ने कहा कि फूहर गाने वाला लिखे वाला लोग को अब समय आ गया है। करवाई करने का सरकार चिट्ठी तो जारी कर दिया है लेकिन अब भी लड़खड़ाते हैं।