आगामी बाढ़ को देखते हुए आगामी बाढ़ 2020 को देखते हुए जिलाधिकारी,भोजपुर रौशन कुशवाहा ने सभी जिला स्तरीय पदाधिकारियों,अंचल अधिकारियों सहित सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उक्त बैठक में निम्नांकित निर्णय लिए गए :
सर्वप्रथम बैठक से बिना सूचना अनुपस्थित कार्यपालक अभियंता बाढ़ से स्पष्टीकरण पूछने के निर्देश दिए गए।जिला सांख्यिकी पदाधिकारी द्वारा वर्षा मापक यंत्र के संबंध में बताया गया कि सभी 13 अंचल में वर्षा मापक यंत्र उपलब्ध है।आरा में उपलब्ध वर्षा मापक यंत्र को मरम्मत कराने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। तटबंधो की सुरक्षा की जिम्मेवारी कार्यपालक अभियंता बाढ़ को दी गई।सभी तटबन्धों को दुरुस्त करते हुए दैनिक प्रतिवेदन देने का निर्देश भी कार्यपालक अभियंता, बाढ़ को दिया गया।



जिलाधिकारी ने रौशन कुशवाहा ने सभी अंचल अधिकारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया, जिसमें संकटग्रस्त क्षेत्रों की पहचान हेतु विशेष बल दिया गया। बाढ़ के समय में विभिन्न क्षेत्रों से संपर्क करने हेतु कम्युनिकेशन प्लान बनाने का निर्देश सभी सीओ को दिया गया। नाव की उपलब्धता के संबंध में जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिए गए कि जितने भी निबंधित नाव हैं सभी में अनिवार्य रूप से पेंट कराया जाए। साथ ही सभी निबंधित नावों को प्रतिमाह पेमेंट करने की व्यवस्था की गई है। सभी सीओ को इस संबंध में निर्देश दिए गए कि यदि इन नावों का कोई पुराना बकाया/ लंबित है तो उसकी सूची बनाते हुए अविलंब निराकरण करें। सभी सीओ को गोताखोरों की सूची के साथ बाढ़ हेतु एक कंट्रोल रूम की स्थापना करने का भी निर्देश दिया गया ।
साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में कोरोना महामारी को देखते हुए पूर्व निर्धारित बाढ़ शरण स्थल को भी बढ़ाने की आवश्यकता महसूस की गई।चूंकि सभी को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ रखना है अतः जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि अतिरिक्त शरण स्थल की पहचान कर अविलंब सूची उपलब्ध करावे। कार्यपालक अभियंता विद्युत विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि जितने भी लो लैंड हैं उनका भ्रमण करें एवं बाढ़ में पानी भरने की स्थिति में जिस निचले जमीन में बिजली के पोल को लगाया गया है उसे दुरुस्त करें अथवा पोल को ऊंचे स्थान पर स्थानांतरित करें। जिलाधिकारी द्वारा कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को शरण स्थल पर पानी एवं शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।



जिलाधिकारी रौशन कुशवाहा द्वारा पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिए गए कि क्षेत्र में भ्रमण कर सड़को के सम्बन्ध में निश्चित हो लेंगे कि कहाँ कहाँ मरम्मति की आवश्यकता है। सभी उपस्थित पदाधिकारियों को भी निर्देश दिए गए कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान यदि ऐसे स्थल दिखाई देते हैं जो बाढ़ में खतरनाक हो सकते हैं उनकी सूची पथनिर्माण विभाग को उपलब्ध करावे। बाढ़ के समय लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सिविल सर्जन भोजपुर को निर्देश दिए गए कि सांप काटने की दवाई, डायरिया इत्यादि की आवश्यक दवाई समुचित मात्रा में रखना सुनिश्चित करें ।
साथ ही जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस एवं सिविल सर्जन को संयुक्त रुप से गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशु की सूची तैयार रखने का निर्देश दिया गया ताकि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव कराने में कोई समस्या ना हो।