रोहतास । रूपेश कुमार । ईद की खुशियों पर कोरोना की नजर लग गई है माहे रमजान के बाद आने वाले ईद का पर्व मुस्लिम समुदाय के लिए बेहद खास होता है लेकिन इस बार कोरोना महामारी ने इस त्यौहार की रौनक फीकी कर दी है शहर की गलियों में जश्न और खुशिया की जगह विरानी छाई हुई हैं।
इस सम्बंध में एक मुस्लिम परिवार का कहना है कि करोना महामारी के कारण इस बार ईद फीकी है पिछले साल की ईद और आज की ईद में जमीन आसमान का फर्क है इस बार कहीं से ईदी नही आई और नहीं बच्चों को वह कपड़े दिला पाए। घर में ही नमाज़ पढ़ी गई ।कोरोना माहमारी के कारण ना तो किसी से मिलने वह जा सकते हैं और न कोई मिलने आ रहे हैं। बस घर में ही सादगी के साथ ईद मना रहे हैं। त्यौहार को बेहतर ढंग से मना पाने का उन्हें मलाल भी है



घर की महिलाएं कहती हैं कि आज से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ।ईद की तैयारियो को लेकर पूरे परिवार में खुशियां होती थी शॉपिंग होती थी लेकिन इस बार यह पर्व सिर्फ कसक बन कर रह गयी है बच्चे परेशान है कारण है यह महामारी व ऊपर से लॉक डाउन जिस कारण ईद ढंग से नही मन पा रहा त्योहार की रौनक़ कहि नही दिख रही



वरिष्ठ पत्रकार वारिस अली कहते है कि महामारी ने त्योहार का रंग ही फीका कर दिया है हर तरफ सन्नाटा पसरा पड़ा है सब लोग घरों में कैद है सोशल डिस्टेनसिंग का पालन किया जा रहा है ईद पर्व की रौनक गायब है