आरा सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में रविवार की दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई। जब एक कोरोना के संदिग्ध मरीज को वार्ड में छोड़कर परिजन भाग खड़े हुए। इससे इमरजेंसी वार्ड में तैनात चिकित्सक एवं कर्मियों में अफरा-तफरी आलम रहा।
मरीज को इमरजेंसी वार्ड में ही दरवाजा बंद करके रखा गया। मरीज करीब 12 घंटे से इमरजेंसी वार्ड में ही पड़ा रहा। लेकिन उसके परिजन खोज खबर लेने नहीं आए।
बताया जाता है कि उक्त मरीज आरा शहर के चंदवा कृष्णानगर मोहल्ला निवासी है। जिसे सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में शनिवार की देर रात इलाज के लिए आया था। उसे बुखार एवं हांफ की शिकायत थी। इस दौरान चिकित्सक द्वारा मरीज को कोरोना की जांच करने की सलाह दी गई। यह सुनते ही मरीज के साथ आए परिजन भाग खड़े हुए। मरीज करीब 12 घंटे तक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पडा रहा।
हालांकि बाद में मरीज का कोरोना रैपिड जांच किया गया। उसका रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। इसके बाद उसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया। शाम 7 बजे मरीज के परिजन सदर अस्पताल पहुंचे। इस दौरान एंबुलेंस पर मरीज को चढ़ाने को लेकर गुथ्म-गुत्थी होती रही। इस विषय में अस्पताल प्रशासन कुछ भी बताने से परहेज कर रहा है।