आरा। कोरोना की दूसरी लहर अब धीरे धीरे समाप्त हो रही है। दूसरी लहर में बहुत से लोगों ने अपना परिवार खो दिया।इसमें कई लोग ऐसे थे जो अपने परिवार के भरण पोषण करने वाले थे।इनके नहीं रहने से परिवार के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई लोगों के बच्चे अनाथ हो गए है। आज ऐसे लोगों का परिवार सरकार की और टकटकी लगाए बैठा है। इस बीच जब भोजपुर के इन लोगों की व्यथा विदेश में रहने वाले एनआरआई रवि शंकर चंद ने सुनी तो उनसे रहा नहीं गया और मदद को वे आगे आ गए। एनआरआई रवि कोरोना संक्रमण काल में भोजपुर को दो बार राहत सामग्री पहुंचाने के बाद अब भोजन सामग्री भेजने और आर्थिक सहयोग करने का ठाना है। आज गुरुवार को इनके सहयोग से जिले के 25 परिवारों को खाद्य सामग्री बांटी गई। आरा शहर निवासी रवि शंकर चंद अपनी संस्था अम्बेडकरग्लोबल.कॉम के जरिये विदेश में रह रहे भारतियों और खासकर बिहारी मूल के लोगों की मदद से फिर एक बार मातृभूमि की मदद के लिए आगे आये। जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी और सेवा ही संगठन में विश्वास करने वाले रवि शंकर चंद और इनकी टीम के लोगों ने भोजपुर जिला में तीसरी खेप भेजकर एक मिशाल कायम की है।हालांकि इस मुहीम कोरोना से मृत्यु प्राप्त समाज के कम संपन्न लोगों को मदद की जा रही है।रवि ने बताया की हमारी टीम को इस बात का एहसास था की कोरोना की जंग में बहुत परवारों ने हॉस्पिटल में और इलाज में काफी खर्च कर दिया। इस माहौल में अगर घर का रोजी रोटी कमाने वाला अगर हार गया तो उनके परिवार को क्या मुसीबत हो सकती है। इसी सोंच के साथ हमने आरा में प्रशासन से संपर्क कर सबसे पहले उन लोगों की सूचि प्राप्त की, जिनकी कोरोना से मृत्य हो गयी है। फिर इस सूचि से कॉल करके और आरा रोटी बैंक के इनके जैन स्कूल के जूनियर संतोष सिंह और टीम के सहयोग से 25 परिवारों को पहले चरण में दो माह का राशन पहुंचाने का निर्णय लिया।
अनाज के साथ कई सामग्री वितरित की गई



कोरोना से मरने वाले गरीब परिवारों के बीच राहत सामग्री में 25 किलो चावल, 25 किलो आटा , 5 लीटर सरसो तेल, 5 किलो चीनी, 5 किलो चना, 5 किलो दाल, 10 किलो आलू , 5 पैकेट नमक, हल्दी, मिर्चा पाउडर, साबुन और मास्क बांटा जा रहा है। रवि ने बताया की आगे भी संस्था मदद करेगी। अनाथ बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा भी लेगी। आगे आर्थिक सहयोग भी किया जायेगा। भोजपुर में जिन परिवार के बीच राहत सामग्री वितरित वितरित की जा रही है उसमें के मुख्य सदस्य की मौत कोरोना से हो गई है। इसमें बड़हरा, कोइलवर, बिहिया, तीयर, करमन टोला, बामपाली, धनुपरा, केशवपुर, सहार के लोग शामिल है। रवि ने बताया कि इन सारे लोगों तक इस बरसात के मौसम में घर घर तक जाकर राशन पहचाना एक चुनौती था।लेकिन आरा के रोटी बैंक के संतोष सिंह की टीम ने काफी दिलोजान से इस कार्य को पूरा किया। राहत सामग्री भोजपुर जिला के कई गांवों में वितरित की गयी।
बोले रवि, आगे भी जारी रहेगी मुहिम



भोजपुर में दो बार राहत की खेंप पहुंचाने वाले दुबई में रहने वाले रवि शंकर चंद आरा के नवादा चौक , बीडी. कॉलोनी के राम बिहारी चंद , वरीय प्रबंधक दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के पुत्र हैं। ये दुबई के एक बहुराष्ट्रीय कपनी में निदेशक हैं। बताया की हर नागरिक को अपने कर्त्तव्य का पालन करना होगा। प्रशाशन और सरकार को हर बात के लिए दोष देने से बेहतर है की समस्या का समाधान निकला जाये। बताया की हमारा यह अभियान आगे चलता रहेगा। पुरे बिहार में रिलीफ उनका संगठन पहुंचा रहा है। भोजपुर जिला में पले बढे होने की वजह से उनका यहां से खास लगाव है। मौका मिलने पर वे आरा में आकर जनता की सेवा और युवा शक्ति को संगठित करने के काम में लगना चाहते हैं। नशा मुक्ति और रोजगार जैसी समस्यायों पर उनकी नज़र है।आनेवाले दिनों में इस क्षेत्र में भरपूर काय करेंगे। उन्होंने फ्रंट लाइन वर्कर्स , डॉक्टर्स , मीडिया कर्मी , पुलिस , नगर निगम , सफाई कर्मचीरी और प्रशासन की तारीफ़ की, जिन्होनो दम ख़म से इस लड़ाई को लड़ा।
राहत में इनकी रही सराहनीय भूमिका



राहत सामग्री भेजने में मुख्य भूमिका अम्बेकरग्लोबल.कॉम संस्था की रही। संस्था के रवि शंकर चंद की पहल पर थाईलैंड के व्यापारी बिहार के महराजगंज के विनोद कुमार सिंह के पुत्र देव्कुमार सिंह, रोहतास के अमौरा गोरारी के रणजीत सिंह ने सहयोग किया। इनके अलावा दुबई में रह रहे आरा के मौलाबाग और तापा जलपुरा के विकास कुमार सिंह , पीरो के मानस पांडेय, सिवान के लोकेश मिश्रा , समस्तीपुर के डॉ अरविन्द चौधरी और दुबई में डॉक्टर डॉ सीमा चौधरी, जगदीशपुर से ताल्लुक रखने वाले डॉ युक्तेश्वर कुमार जो इंग्लैंड के बाथशहर के डिप्टी मेयर हैं और मेक्सिको में प्रोफेसर अहिरौली बक्सर के डॉ चंद्रभूसन चौबे ने भी सहयोग दिया। इस बार मनेर के प्रसिद्ध मनेर स्वीट्स फॅमिली के पुत्र संजीव गुप्ता जो की फ्रांस में निदेशक है और उनके बड़े भाई मनोज गुप्ता,बक्सर के कुछीला के नरेंद्र प्रसाद राय के पुत्र आशीष राय,जहानाबाद और रांची से ओमान में रह रहें शशि भूषण और करमन टोला के विजय कुमार की बेटी निक्की प्रसाद यूएसए, और श्रीराम ओझा धमार से भी आगे आए।निक्की यूएसए में फैशन डिजाइनर है।



रोटी बैंक की टीम ने घर घर जाकर पहुंचाया राहत सामग्री दुबई से राहत के लिए पैसा मिलने के बाद परिवारों के बीच राहत सामग्री पहुंचाने के लिए रोटी बैंक आगे आया। रवि शंकर चंद से रोटी बैंक के संतोष सिंह ने बात की और इस कार्य में पूरा सहयोग की बात कहीं। रवि शंकर चंद ने बताया की आरा रोटी बैंक की शुरुआत करने वाले धनुपरा गाँव के मूल निवासी आरा चौधरियाना मोहल्ला के नवयुवक संतोष कुमार सिंह और उनकी टीम के कार्यों की जितनी तारीफ की जाय कम है। आरा रोटी बैंक की स्थापना करने वाले संतोष सिंह भारद्वाज और उनकी टीम में अखौरी दीपक,नवीन सिन्हा,अभिषेक अग्रवाल,प्रवीण सिन्हा,पवन कुमार,आशीष सिंह,मुक्ति कांत,राजीव रंजन,राकेश केशरी,रवि राज आदि के अथक प्रयास से आर्थिक सहायता पहुंच सकी है।