बिहार डेस्क | बिहार सरकार के सरकारी अस्पतालो मे आय दिन आमलोगों और ईलाज कराने वाले मरीजों द्वारा आरोप लगाए जाते है की सरकारी अस्पताल मे पर्याप्त मात्रा मे दवा नही मिलती है l डाक्टरों द्वारा दवा लिखने के बाद हमे बाजारों से महँगे दवाई को खरीदना पड़ता है l वही जरूरतमंद लोगों के लिए राज्य सरकार पर्याप्त मात्रा दवा अस्पतालो मे उपलब्ध होने की दावा करती है l जबकि दूसरी ओर राज्य सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालो मे जरूरत मंद लोगों के वितरण के लिए दवा सप्लाई करती है जिसको अस्पताल प्रबन्धन द्वारा फेकी दी जाती है l



जिसका जीता जगता उदाहरण है पटना जिले के पालीगंज अनुमण्डल अस्पताल परिसर मे मरीजों को वितरण करने हेतु राज्य सरकार द्वारा सप्लाई की जाने वाली जीवित( बिना expire )दवा बड़े पैमाने पर फेकी हुई बरामद की गई l अनुमण्डल प्रशाशन ने संज्ञान लेते हुए जाँच का आदेश दिया है l वही इसके कुछ ही देर बाद इस खबर की सामने आते ही मीडिया कर्मियों आने की बाद अस्पताल प्रबन्धन ने फेकी हुई दवा को आनन फनान मे जला जलाकर नष्ट कर दिया l आशा कार्यकर्ताओं ने अपने ऊपर अस्पताल प्रबन्धन द्वारा लगाए जा रहे आरोप को बेबुनियाद बताते हुए हंगामा किया l उल्टे उनलोगो ने अस्पताल प्रबन्धन पर ही फेकने की आरोप लगाया है l



वही इसपर अनुमण्डल अस्पताल उपाधिक्षक मीना कुमारी से उनकी प्रतिक्रिया लेना चाहा तो वे गायब पाई गई l वही स्वस्थ्य प्रबन्धक पराजित पांडे ने भी इसपर कन्नी काटते हुए गोल मटोल जबाब देते हुए आशा कर्मियों पर ही इसकी ठीकरा फोड़ दिया l जबकि अनुमण्डल अस्पताल फार्मासिस्ट रामरूप दास ने भी वही बात दोहराई जैसे कोई प्लानिग हो l सबने एक बात रटा रटाया हुआ जबाब देने की कोशिश किया l



जानकारी के अनुसार आयरन, फोलिक एसिड, एल्बन्दाजोल, समेत दर्जनों तरह की दवाइयाँ बड़े पैमाने पर अनुमण्डल अस्पताल परिसर मे फेकी हुई थी l सभी दवाइयाँ की एक्सपाइरे डेट 9 सितम्बर 2021 है l जिससे साफ पता चलाता है की कही न कही बड़े पैमाने पर घोलमाल है l इस इस संबंध मे अनुमण्डल अस्पताल प्रबंधन ने बताया की ये सभी दवाइयाँ आशा कार्यकर्ताओं को वितरण करने के लिए दी जाती है हो सकता हो की वे लोग हि यहाँ फेकी हो l



दूसरी ओर अनुमण्डल अस्पताल प्रबंधन द्वारा लगाए जा रहे आशा कार्यकर्ताओं पर आरोप को आशा कार्यकर्ताओं ने सिरे इंकार किया l आशा कार्यकर्ताओं ने अपने ऊपर लगाए जा रहे आरोप को झूठा और बेबुनियाद बताते हुए कहा की हमलोगों को दवा वितरण के लिए मिलती है उसे हमलोग क्यो यहाँ फेकेंगे l हमलोगों को दवा तो पर्याप्त मात्रा वितरण के लिए मिलती ही नहीं फेकने की बात तो दूर की है l



वही इस मामले पर अनुमण्डल प्रशाशन ने इस खबर पर संज्ञान लेते हुए जाँच के आदेश दिया है l एसडीओ राकेश कुमार ने मीडिया कर्मियों से कहा की इसकी जाँच की जायेगी और इसके लिए जोभी कोई दोषी होगा उसपर कड़ी करवाई की जायेगी l