आरा। राष्ट्रीय जनता दल द्वारा राजद बिहार प्रदेश और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आह्वान पर जातीय जनगणना कराने, आरक्षणों में बैक-लॉग व्यवस्था एवं मंडल आयोग की सभी अनुशंसाएँ लागू करने को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ज़िलाध्यक्ष बीरबल यादव ने की वहीं संचालन प्रधान महासचिव रामबाबू पासवान ने किया। कार्यक्रम को लेकर जिले के तमाम कार्यकर्ता व नेता सहित गरीब-पिछड़ी जनता अहले सुबह ही जिला प्रधान कार्यालय मौलाबाग, आरा में जुटने लगे और सरकार विरोधी एवं जातीय जनगणना कराने सहित अन्य मुद्दों से संबंधित नारों के साथ प्रदर्शन करते हुए पकड़ी चौक के रास्ते ब्लॉक रोड होते हुए आरा समाहरणालय पहुँचें जहां सभा आयोजित की गई और ज़िलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।



कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुँचे राष्ट्रीय जनता दल के मुख्य प्रवक्ता व मनेर विधायक सह ज़िला प्रभारी भाई विरेंद्र ने कहा की आज पूरे बिहार के तमाम जिला मुख्यालयों पर हमारे नेता के आह्वान पर यह कार्यक्रम आहूत है। भाई विरेंद्र ने प्रदर्शन के माध्यम से मोदी सरकार के ऊपर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा की जबसे केंद्र में मोदी की सरकार आयी है तबसे इस देश के गरीब-पिछड़े लोग के हक़ अधिकारों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। बार-बार आरक्षण को समाप्त करने की बात की जा रही है। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना कराने को लेकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का लंबा संघर्ष रहा है। जातीय जनगणना होने से यह प्रदर्शित होगा कि बजट में किसके लिए कितना खर्च किया जा रहा है। जिसकी जितनी आबादी है उसकी उतनी भागीदारी भी रहनी चाहिए। जातीय जनगणना से हर वर्ग और जाति के लोगों को फ़ायदा मिलने वाला है। उन्होंने यह भी कहा की अगर केंद्र सरकार जातीय जनगणना नही करवाती है या राज्य सरकार अपने स्तर से इस पर संज्ञान नही लेती है तो हमारा यह आंदोलन आगे और भी व्यापक होगा।



वहीं सभा को संबोधित करते हुए जगदीशपुर के विधायक रामविशुन सिंह उर्फ़ लोहिया ने कहा की जातीय जनगणना अतिआवश्यक मसला है पर केंद्र सरकार इससे पीछे हट रही है। राष्ट्रीय जनता दल का यह आंदोलन गरीब और पिछड़ो के लिए है। उनके हक़ एवं अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए है। वहीं दूसरी ओर संदेश की विधायिका किरण देवी ने कहा की अगर मोदी सरकार जातीय जनगणना नही करवाती है तो राज्य सरकार इसपे गंभीर हो। जब जब ग़रीबों की हक़मारी होगी तब तब राजद इसी तरह मुखर होकर सड़क से लेकर सदन तक संघर्षरत रहेगा। वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरा सदर के पूर्व राजद विधायक मो. नवाज़ आलम उर्फ़ अनवर आलम ने कहा की बड़े कड़े संघर्षो के बाद मंडल आयोग के सिफ़ारिश पर 27% आरक्षण पिछड़े समाज को मिला था। केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा कई बार इसमें संशोधन एवं छेड़छाड करने की कोशिश की गयी; लेकिन समाजिक न्याय के मसीहा लालू जी ने बार बार इसका कड़ा प्रतिकार किया। मंडल आयोग के अन्य सभी अनुशंसाएँ को भी केंद्र सरकार द्वारा लागू कर गरीब-पिछड़ो को अधिकार देना चाहिए।



कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ राजद नेता हीरा ओझा ने किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ राजद नेता कपिलदेव अकेला, प्रमुख मुकेश सिंह यादव, महिला सेल ज़िलाध्यक्ष रेणु देवी, जिला सचिव चिंता देवी, ज़िप सदस्य शैलेंद्र राम, पूर्व मेयर सुनील यादव, जगदीश कुशवाहा , एकराम आलम, अरुण सिंह यादव, लालबिहारी सिंह, गजेंद्र यादव, विनोद चंद्रवंशी, छात्र नेता आलोक रंजन, राजेंद्र मनियारा, शमशेर बहादुर पांडेय, नन्हक चंद्रवंशी, केडी सिंह, करूण सिंह, दीपु रणावत यादव, अमित ठाकुर, धनजीत यादव, भूनेश्वर यादव, सुभाष यादव, प्रो. सियाराम यादव, जहाँगीर अंसारी, रफ़ी रिज़वी, लाल बाबू यादव, भोला खान, सुदेश्वर यादव, मदन राय, शिवपर्सन यादव, विमल कुमार सिंह, ओम प्रकाश शर्मा, मुन्ना अंसारी, ईशान राज, शाहिद रजा, राजेश पासवान, चंद्रभूषण, छात्र राजद ज़िलाध्यक्ष अनूप मौर्य, भीम यादव, तेजू त्यागी, वतन प्रभात, रोहित यादव, आलोक कुशवाहा, धीरज यादव, देव यादव, गांगुली यादव, सुरेश विश्वकर्मा, राकेश यादव, कामेश्वर यादव उर्फ़ लादेन, ज्ञानचंद कुशवाहा, सुरेश पहलवान, अनिल सिंह, राज गौरव टाइगर, उपेन्द्र पासवान, गोरख यादव, महेश सिंह यादव, असमंजस यादव, मालिक यादव, मेराज खान, सीताराम पासवान, शिवजी यादव समेत सैकड़ों नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
ज़िलाधिकारी से मिला राजद का प्रतिनिधि मंडल



राजद द्वारा आहूत धरना-प्रदर्शन के दौरान राजद का एक प्रतिनिधि मंडल जिला प्रभारी सह मनेर विधायक भाई विरेंद्र के नेतृत्व में मिला और तीन सूत्री माँगो से संबंधित ज्ञापन ज़िलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को भेजा जिसमें मुख्य रूप से “ जातीय जनगणना कराने, आरक्षणों में बैक-लॉग व्यवस्था एवं मंडल आयोग की सभी अनुशंसाएँ लागू करने” प्रमुख माँग रही। राजद प्रतिनिधि मंडल में जगदीशपुर विधायक रामविशुन सिंह उर्फ़ लोहिया, संदेश विधायिका किरण देवी, आरा सदर के पूर्व विधायक मो. नवाज़ आलम उर्फ़ अनवर आलम, राजद भोजपुर ज़िलाध्यक्ष वीरबल यादव, प्रमुख मुकेश सिंह यादव, छात्र नेता आलोक रंजन थे।