कोरोना वायरस संक्रमण के बीच बिहार में विधानसभा चुनाव की सियासत गरमाने लगी है। भारतीय जनता पार्टी चुनावी शंखनाद करने जा रही है। रविवार को भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वर्चुअल रैली से लोगों को संबोधित करने वाले हैं।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने भाजपा की रैली पर निशाना साधा है। शाह की वर्चुअल रैली से एक दिन पहले शनिवार को तेजस्वी यादव ने कहा कि देश में कोरोना वायरस संकट के समय चुनाव अभियान चलाना राजनीतिक फायदा लेने की कोशिश है। उन्होंने आरोप लगाया कि भले ही लोगों की जान जाए भगवा पार्टी की दिलचस्पी केवल चुनावी जीत में है।



तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर प्रवासी मजदूरों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में यह प्रमुख मुद्दा होगा। राजद नेता ने कहा कि उम्मीद है कि सभी समान विचारधारा वाले दल एकजुट होंगे और विभाजनकारी और 15 साल की विफल सरकार का मुकाबला करेंगे। उन्होंने विपक्षी गठबंधन में दरार की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि किसी भी लोकतंत्र के लिए विरोधाभासी विचार होना स्वस्थ है।
तेजस्वी ने कहा कि भाजपा गरीबों के मौत का जश्न मना रही है। लोग भूख से मर रहे हैं। जिस तरह से लोग बेरोजगार हैं और ऐसे में जो कल चिट्ठी जारी की गई थी उसका एक-एक शब्द, एक-एक वाक्य सीएम नीतीश के अंतरात्मा की उपज थी। उनका और उनकी पार्टी के दो ही काम हैं एक पीठ में छुरा भोंकना और दूसरे के कंधे पर रख कर बंदूक चलाना।
‘बिहार-जनसंवाद’
कहा जा रहा है कि वर्चुअल रैली के जरिए रविवार की शाम चार बजे अमित शाह बिहार के लाखों लोगों से सीधे जुड़ेंगे। रैली को ‘बिहार-जनसंवाद’ का नाम दिया गया है। इसमें हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम चार से पांच हजार लोगों को जोड़ने का लक्ष्य है। राज्य के 72 हजार बूथों पर बड़ी स्क्रीन पर अमित शाह का भाषण सुनने की तैयारी की गई है।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता शाह की डिजिटल रैली के जरिए भाजपा बिहार में चुनावी बिगुल बजा रही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जयसवाल ने कहा कि पार्टी ने रैली के जरिए बिहार में 243 विधानसभा क्षेत्रों में कम से कम एक लाख लोगों को जोड़ने का लक्ष्य तय किया है। इसके अलावा सोशल नेटवर्किंग साइट पर भी लोग भाषण सुन पाएंगे।
गरीब अधिकार दिवस
राजद के ‘गरीब अधिकार दिवस’ के आयोजन को लेकर यादव ने कहा था कि भाजपा और जद (यू) सिर्फ अपनी सत्ता की भूख मिटाना चाहती है, लेकिन हम गरीबों-मजदूरों के पेट की भूख मिटाना चाहते है। सात जून को सभी बिहारवासी अपने-अपने घरों में थाली, कटोरा और गिलास बजाएंगे। बाहर से लौटे सभी श्रमिक भाई भी थाली-कटोरा बजा चैन से नींद में सो रही बिहार सरकार को जगाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दिन कोरोना योद्धाओं के सम्मान में लोगों से थाली, ताली बजाने को कहा था। राजद भी अपने अभियान से इसकी याद दिलाएगी।